Biography of George Washington In Hindi - जार्जे वाशिंगटन की जीवनी

जॉर्ज वाशिंगटन को संयुक्त राज्य अमेरिका का जन्मदाता माना जाता है। अमेरिका के निवासी उन्हें राष्ट्रपिता कहते हैं। वाशिंगटन कोई बहुत प्रभावशाली वक्ता और ना ही उच्च श्रेणी के लेखक थे ।लेकिन उनमें एक विशेष गुड था जो विद्या और विद्युता से अधिक महत्वपूर्ण था। 

यह गुण था उनके चरित्र का वह एक निर्भीक व्यक्ति थे ।और साथ में अत्यंत कर्तव्य परायण भी इन्हीं गुणों के कारण अमेरिका वासी उन्हें अपना नेता  मानते थे ।उनकी मृत्यु के बाद यह कहा गया था कि वह युद्ध में प्रथम थे। शांति में प्रथम थे और अपने देशवासियों के हृदय में भी उनका प्रथम स्थान था ।जॉर्ज वाशिंगटन का जन्म 22 फरवरी 1732 में हुआ था। उनके पिता आंगस्टाइन वाशिंगटन नौसेना के कप्तान रह चुके थे। 



जब जॉर्ज वॉशिंगटन की उम्र केवल 12 वर्ष ही थी तभी उनके पिता की मृत्यु हो गई ।उनके पास उनके दादा की काफी जमीन थी। उनकी प्रारंभिक शिक्षा अधिक ठीक से नहीं हो पाई क्योंकि उन दिनों वर्जिनियां के समाज में घुड़सवारी और कृषि के तरीकों में दक्षता को ही अधिक महत्वपूर्ण समझा जाता था ।अपने कार्य के लिए उन्होंने गणित का अच्छा ज्ञान प्राप्त कर लिया था जंगली हालात में रहने का अच्छा प्रशिक्षण होने के कारण इन्हें वर्जीनिया की फौज में लेफ्टिनेंट कर्नल बना दिया गया ।और इन्हें ओहियो नदी पर नाकाबंदी कर रही फ्रांसीसी सेना के विरुद्ध एक अभियान पर भेज दिया गया। बाद में जब जनरल ब्रेडओक को फ्रांस की फौज के विरुद्ध लड़ने भेज लिए भेजा गया तो वे उनके साथ मददगार के रूप में भेजे गए ।

दुर्भाग्यवश इस युद्ध में ब्रेड ओक मारे गए इस लड़ाई में उन्होंने महान साहस का परिचय दिया। परिणाम स्वरूप उन्हें मात्र 23 साल की उम्र में वर्जीनिया की सेना का कमांडर बना दिया गया ।सन 1759 में उन्होंने मार्था कुस्तिस नामक एक धनी नौजवान विधवा के साथ शादी कर ली। इस महिला के पास 15000 एकड़ जमीन थी। इस तरह वाशिंगटन अमेरिका के धनी व्यक्तियों में से एक बन गए। उनका वैवाहिक जीवन लंबा और खुशहाल रहा उनके अपना कोई बच्चा नहीं हुआ। लेकिन मारथा कि पिछली शादी से उनके दो बच्चे थे अगले 15 वर्षों तक जॉर्ज वाशिंगटन माउंट वर्णन मैं एक किसान का जीवन व्यतीत करते थे। 

वह उन दिनों भी वर्जिनियां पार्लियामेंट के सदस्य थे ।सन 1789 में उनको एक मत से संयुक्त राज्य अमेरिका का राष्ट्रपति चुना गया ।उन्होंने अप्रैल 1789 में न्यूयॉर्क के फेडरल हाल में शपथ ग्रहण किया। वाशिंगटन 8 साल तक अमेरिका के राष्ट्रपति रहे तीसरी बार उन्होंने राष्ट्रपति पद संभालने से इनकार कर दिया ।और जान ऐडम्स वहां के नए राष्ट्रपति बनाए गए। एक बर्फ के तूफान में घिर जाने के कारण ठंड से वह भी बीमार पड़ गए। और 67 वर्ष की उम्र में 14 सितंबर 1799 को उनका निधन हो गया। उन्हें माउंट वर्णन में ही दफनाया गया।

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