Interesting Facts About Jagdish Chandra Basu - जगदीश चंद्र बसु के बारे में रोचक तथ्य

1. जगदीश चंद्र बसु का जन्म 30 नवंबर 1858 को मेमन सिंह पूर्वी बंगाल वर्तमान के बांग्लादेश में हुआ था ।

2. जगदीश चंद्र बसु भारत के प्रसिद्ध भौतिक विद तथा पादप क्रिया वैज्ञानिक थे।


3. जगदीश चंद्र बसु ने कई ग्रंथ लिखे हैं जिनमें से कुछ निम्नलिखित विषयों पर आधारित हैं सजीव तथा निर्जीव की अभिक्रियाएं (1902) , वनस्पतियों की अभिक्रियाएं (1906 ) , पौधों की प्रेरक यांत्रिकी (1926)

4. जगदीश चंद्र बसु ने 11 वर्ष की आयु तक गांव के विद्यालय में शिक्षा प्राप्त की उसके बाद भी कोलकाता आ गए और सेंट जेवियर स्कूल में प्रवेश ले लिया।

5. भौतिक शास्त्र में स्नातक की डिग्री के पश्चात 22 वर्षीय बसु चिकित्सा विज्ञान की शिक्षा के लिए लंदन चले गए।

6. जगदीश चंद्र बसु 1885 में स्वदेश लौट आए और भौतिकी के सहायक अध्यापक के रूप में प्रेसीडेंसी कॉलेज में अध्यापन करने लगे।

7. बसु के ही छात्र सत्येंद्र नाथ बॉस आगे चलकर प्रसिद्ध भौतिक शास्त्री बने।

8. प्रेसीडेंसी कॉलेज से सेवानिवृत्त होने पर 1917  में इन्होंने बोस रिसर्च इंस्टीट्यूट कोलकाता की स्थापना की और 1937 तक इसके निदेशक रहे ।

9. वह बहुत ही अच्छे शिक्षक थे वह कक्षा में पढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर वैज्ञानिक प्रदर्शनों का प्रयोग करते थे।

10. जगदीश चंद्र बसु ने माइक्रोवेव के क्षेत्र में वैज्ञानिक  कार्य तथा अपवर्तन , विवर्तन और ध्रुवीकरण के विषय में प्रयोग किए थे।

11. लघु तरंगधैर्य , रेडियो तरंगों तथा श्वेत एवम पराबैगनी किरणों दोनों के रिसीवर में गेलेना क्रिस्टल का प्रयोग बसु के द्वारा विकसित किया गया था।

12. मारकोनी के प्रदर्शन से 2 वर्ष पहले 1885 में ही बसु ने रेडियो तरंगों द्वारा बेतार संचार का प्रदर्शन किया था । इस प्रदर्शन में जगदीश चंद्र बसु ने दूर से एक घंटी बजाई और बारूद में विस्फोट कराया। 

13. आजकल प्रचलित बहुत सारे माइक्रोवेव उपकरण जैसे वेब गाइड , धूर्वक , परावैद्युत लेंस

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